ओरण ग्यारसी ओरण, पर्यावरण और सामाजिक मेलजोल की गाथा द्वारा - कृष्णपालसिंह राखी (ERDS फाउंडेशन के "सामुदायिक गोडावण संरक्षण अभियान" के लिए लिखित) 💐ओरण ग्यारसी💐 ओरण अन्तस आतमा,ओरण जीवन दान। ओरण जणे अवेरिया,उणरा बचिया प्राण।।1 ओरण अन्तस आतमा,ओरण जीवन रेख। ओरण पालणहार हैं,जायर मरुधर देख।।2 ओरण अन्तस आतमा,ओरण रमिया देव। ओरण गाय रुखाळवाँ,मरिया लोक सदैव।।3 ओरण अन्तस आतमा,ओरण आवड़ मात। ओरण सींव अवेरवा,(माँ)चील रूप संघात।।4 ओरण अन्तस आतमा,ओरण खेजड़ियाह। मरता मिनख वचाईयाँ,हणे पोतरीयाह।।5 ओरण अन्तस आतमा,ओरण पाळै जीव। क्रोड जिनावर जात रा,इण ओरण री नीव।।6 ओरण अन्तस आतमा,ओरण माटी ओज। ओरण लोग उचेरिया,(जो)कट मरजावैं रोज।।7 ओरण अन्तस आतमा,ओरण भड़ किवाड़। अरियाँ रोकी आंधियां,परतख उंडी खाड़।।8 ओरण अन्तस आतमा,ओरण मेह मनवार। सूखी सेवण पांगरैं,हरियल ओढ़ण हार।।9 ओरण अन्तस आतमा,ओरण अंतस नेह। ओरण धर रुलियामणी,मझ मरुधर(री)देह।।10 ओरण अन्तस आतमा,जीव देह जैसाण। भले संभाळो भाटियों,कह केपी चव्हाण।।11 कृष्णपालसिंह राखी®
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February 2024
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